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L2: एम्पुरान मूवी रिव्यू – एक्शन, ड्रामा और बैकग्राउंड स्कोर का बास-भारी बवंडर!

 L2: एम्पुरान मूवी रिव्यू – एक्शन, ड्रामा और बैकग्राउंड स्कोर का बास-भारी बवंडर!


"केजीएफ देखा? उससे भी तगड़ा कुछ चाहिए? तो स्वागत है L2: एम्पुरान में!"

L2: एम्पुरान मूवी रिव्यू – एक्शन, ड्रामा और बैकग्राउंड स्कोर का बास-भारी बवंडर!


स्टार कास्ट:


मोहनलाल, पृथ्वीराज सुकुमारन, टोविनो थॉमस, सूरज वेंजारामूडु, किशोर कुमार जी., मंजू वारियर, इंद्रजीत सुकुमारन, निखत खान, बैजू संतोष, जेरोम फ्लिन, फाजिल


निर्देशक:


पृथ्वीराज सुकुमारन




अच्छी बात:


✅ एक्शन ऐसा कि आपको लगेगा हॉलीवुड का कोई सीक्रेट मिशन देख रहे हैं! ✅ वीएफएक्स और सिनेमैटोग्राफी इतनी टॉप-क्लास कि आपके मोबाइल के वॉलपेपर तक इस मूवी से जलन महसूस करेंगे! ✅ मोहनलाल और पृथ्वीराज स्क्रीन पर आते ही पूरी मूवी को अपने कंधों पर उठा लेते हैं!


क्या बुरा है:


❌ मूवी कुछ जगहों पर इतनी धीमी हो जाती है कि आपको लगेगा ‘फास्ट फॉरवर्ड’ बटन ही नहीं दिया! ❌ बैकग्राउंड स्कोर इतना बास-भरा है कि दिल की धड़कनें तक रीमिक्स मोड में चली जाएंगी! ❌ कुछ कैरेक्टर्स को स्क्रीन टाइम इतना मिला जितना हमें सोमवार की सुबह ऑफिस में एनर्जी मिलती है – बिल्कुल कम!


शौचालय ब्रेक:


अगर आपने इंटरवल में काम निपटा लिया, तो कोई ब्रेक मत लेना – वरना FOMO महसूस होगा!


देखें या ना देखें?



अगर आप केजीएफ, विक्रम और पुष्पा जैसी दमदार फिल्मों के दीवाने हैं, तो यह आपके लिए बनी है! लेकिन अगर आपको स्लो-बर्न स्टोरी पसंद है और हल्की-फुल्की फिल्में देखना अच्छा लगता है, तो सोच-समझकर टिकट लें!




कहानी का तड़का – "नेदुम्पल्ली इज़ बैक!"


लूसिफ़र के बाद पांच साल बीत चुके हैं और हमारे स्टीफन नेदुम्पल्ली (मोहनलाल) अचानक ग़ायब हो गए हैं। जनता सोच रही थी कि वो अब किसी मठ में ध्यान कर रहे होंगे, लेकिन असल में वो किसी बड़े मिशन पर हैं! दूसरी तरफ, पृथ्वीराज के किरदार जायद मसूद की बैकस्टोरी को इस बार और गहराई से दिखाया गया है – यानी थ्रिल डबल! लेकिन टोविनो थॉमस के जथिन रामदास का किरदार थोड़ा फीका लगता है – इतना कि दर्शक पूछने लगेंगे, "भाई, इसका काम क्या था?"


स्क्रिप्ट और निर्देशन – "भावनाएँ मत लाओ, बस एक्शन देखो!"


अगर आपको इमोशनल मोमेंट्स से भरी फिल्में पसंद हैं, तो यहाँ थोड़ा निराशा हाथ लगेगी। फिल्म इमोशन की बजाय एक्शन और स्टाइल पर ज्यादा फोकस करती है। मुरली गोपी की स्क्रिप्ट का ग्राफ लूसिफ़र जितना हाई नहीं है, लेकिन फिर भी मनोरंजन की गारंटी है!


स्टार परफॉर्मेंस – "मोहनलाल OP!"


मोहनलाल की स्क्रीन प्रजेंस ऐसी है कि जब वो बोलते हैं, तो थिएटर में सीटियां बजती हैं! पृथ्वीराज ने भी अपनी काबिलियत को साबित किया है। मंजू वारियर ने दमदार परफॉर्मेंस दी है, लेकिन कुछ किरदार ऐसे हैं जो केवल बैकग्राउंड में ही अच्छे लगते हैं!


म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर – "BASS इतना कि स्पीकर फट जाए!"


फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर आपको सीट से चिपका देगा, लेकिन कई जगह इतना ज़्यादा बास डाला गया है कि लगने लगेगा जैसे किसी क्लब में फुल वॉल्यूम पर म्यूजिक बज रहा हो!


फाइनल वर्डिक्ट – "सिनेमाघर में मसाला-डोज़!"


अगर आप एक्शन, ग्रैंड विजुअल्स और स्टाइलिश स्क्रीनप्ले वाली फिल्मों के शौकीन हैं, तो L2: एम्पुरान को मिस मत कीजिए! लेकिन अगर आप गहरी स्टोरीलाइन और कैरेक्टर डेवलपमेंट की उम्मीद कर रहे हैं, तो सोच-समझकर जाएं!


⭐ रेटिंग: 3.5/5 🎟️ कन्फर्म टिकट या वेट फॉर ओटीटी? सिनेमाघर में देखने लायक! 🍿 मोमेंट्स जो थिएटर में देखने लायक हैं: क्लाइमैक्स एक्शन सीक्वेंस और मोहनलाल का दमदार अंदाज!

आपने देखी? कमेंट करें और बताएं – मस्ट वॉच या ओवरहाइप्ड?


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